मांस की बिक्री पर रोक लगाने के विरोध में कलेक्ट्रेट में कुरैशी बिरादरान का धरना,
राजनैतिक दलों एवं सामाजिक संगठनों ने किया समर्थन
आपके हाथों से छीनकर बड़े कार्पाेरेटरों को फायदा पहुँचाने हेतु सरकार ने उठाया है यह कदम, रोजी-रोटी से जुड़ा है यह मामला, लाखों लोग प्रभावित
मऊनाथ भ्ंाजन। उ0प्र0 सरकार द्वारा पशुओं के बध और मांस की बिक्री पर लगी रोक से मऊ जनपद के मांस विक्रेताओं ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देकर आक्रोष व्यक्त किया। धरने में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लिया। धरने के अन्त में पूर्व पालिका अध्यक्ष अरशद जमाल द्वारा मांग पत्र पढ़कर उसे पारित कराया गया। पारितोपरान्त अपर जिलाधिकारी शिवकुमार शर्मा ने धरना स्थल पर आकर पत्रक को प्राप्त किया और धरने को समाप्त करने का अनुरोध करते हुये आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को आज ही सरकार तक पहुँचा दिया जायेगा। यह भी आश्वासन दिया कि जिले स्तर पर किसी प्रकार का उत्पीड़न न हो इसके लिये भी आवश्यक कदत उठाये जायेंगे।
धरने को सम्बोधित करते हुये सामाजिक कार्यकर्ता अरविन्द मूर्ति ने कहा कि सलाटरिंग की व्यवस्था को लेकर सरकार द्वारा बढ़ती जा रही लापरवाही का उल्लेख किया। सी.पी.आई.एम. के महासचिव विरेन्द्र कुमार ने इसे मांस निर्यातकों को लाभ पहुँचाने के लिये सरकार द्वारा उठाया गया कदम बताया। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी अलताफ अंसारी द्वारा आश्वस्त किया गया कि पूरी समाजवादी पार्टी आपके इस आन्दोलन में कन्धे से कन्धा मिला कर खड़ी रहेगी। उन्होंने दिल्ली और लखनऊ में बैठे हुये जनप्रतिनिधियों की लापरवाही को दर्शाते हुये कहा कि इतने बड़े मुद्दे को लेकर आखिर उनकी जुबान क्यों बन्द है। पूर्व पालिका अध्यक्ष तैयब पालकी ने कहा कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य की तरफ ध्यान न देकर लोगों की रोजी रोटी के साथ खिलवाड़ कर रही है। कांग्रेस के नेता सनाउल्लाह और नौशाद ने इस आन्दोलन में हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया। नगर पालिका के सभासद लेयाकत अली और अब्दुस्सलाम ने गोश्तबन्दी को लेकर सरकार के खिलाफ बड़ा आन्दोलन छेड़ने का आहवाहन किया। सदर विधायक मुख्तार अंसारी के प्रतिनिधि विक्की ने अपने समर्थन का आश्वासन दिया।
पूर्व पालिका अध्यक्ष अरशद जमाल ने पत्रक पढ़ने से पहले बताया कि नगर पालिका द्वारा पशु वध शाला के प्रोजेक्ट को जिला प्रशासन द्वारा स्वीकृत हो जाने और शासन में लम्बित होने की बात बताते हुये कहा कि 5 करोड़ का डी.पी.आर. बनाकर सरकार को मौजूदा सलाटर हाउस के आधूनिकीकरण के लिये भेजा जा चुका है। सरकार हमें सिर्फ मंजूरी दे दे तो नगर पालिका अपने विकास कार्याें के फण्ड से ही सलाटर हाउस के मानक को पूरा करके चलाने के लिये तैयार है। उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि अगर एक सप्ताह के भीतर मांस बन्दी पर लगी रोक नहीं हटायी गयी तो मऊ बन्द का एलान किया जाना चाहिये। और अगर आमरण अंशन पर भी बैठना हो तो इसके लिये भी सब को तैयार रहना चाहिये। श्री जमाल का कहना था कि भूखों मरने से बेहतर है कि अपने हक के लिये लड़ते हुये मरा जाय।
6 बिन्दुओं पर आधारित माननीय प्रधानमंत्री जी को सम्बोधित मांग पत्र में कहा गया है कि जब तक मानक के अनुरूप सलाटर हाउस बनाकर तैयार नहीं हो जाता है तब तक पुरानी व्यवस्था को बहाल किया जाय। पत्रक में यह भी मांग की गयी है कि जानवरों को लाने लेजाने में अराजक तत्वों द्वारा जो उत्पीड़न होता है उस पर भी उचित कार्यवाही की जाये। यह भी मांग की गयी कि देश में रोजगार करना और अपनी पसन्द का खाना खाना हमारा संवैधानिक अधिकार है इस लिये सरकार को हमारी सुरक्षा की गारण्टी देनी चाहिये। मांग पत्र में यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि अचानक लगी इस पाबन्दी से प्रदेश में 25 लाख लोग अपनी रोजी रोटी से महरूम हो कर भूखमरी का शिकार हो रहे हैं। इस लिये फौरन इस समस्या का निराकरण किया जाय। मांग पत्र की प्रतिलिपि में उ0प्र0 के मा0 मुख्यमंत्री एवं मा0 नगर विकास मंत्री से भी सहयोग की अपेक्षा की गयी है।
धरने को मुख्य रूप से अशोक सिंह, इकबाल अहमद, एख्लाक अहमद इत्यादि लोगों ने भी सम्बोधित किया। धरने की अध्यक्षता अब्दुस्सुबहान कुरैशी ने की और संचालन सरवर मंसूरी ने किया। अन्त में धरने के संयोजक इश्तेयाक कुरैशी ने सब लोगों का आभार व्यक्त किया। धरने में मुख्य रूप से सभासदगण इकबाल अहमद, जहीर सेराज, अहमद सोहैब ऐमन, मु0 इस्माईल, फैयाज अहमद, नसीम अख्तर, जावेद अहमद, मास्टर शमीम, मोलवी अशफाक, मास्टर शमीम, अफसरी बेगम, रूखसाना खातून, इसरारूलहक, मु0 सुफियान, परवेज अहमद, जावेद अहमद, खैरुलबशर, फिरोज कुरैशी, रिजवान कुरैशी इत्यादि उपस्थित रहे।