संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है?
संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations Organization) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर दुनिया के 50 बड़े देशों के हस्ताक्षर करने पर हुई थी। जो मुख्यतः पाँच क्षेत्रों में कार्य करता है:
- अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना।
- मानवाधिकारों की रक्षा करना।
- मानवीय सहायता प्रदान करना।
- सतत विकास और क्राइमेट एक्शन में सहयोग प्रदान करना।
- अंतरराष्ट्रीय कानून को कायम रखना।
संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव 2023
2023 में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (António Guterres) हैं। जिन्हें 1 जनवरी 2017 को संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव के पद के लिए चुना गया था। एंटोनियो गुटेरेस पश्चिमी यूरोप, पुर्तगाल से चुने गए पहले व्यक्ति हैं। साथ ही वे संयुक्त राष्ट्र संघ के पहले ऐसे महासचिव हैं, जो किसी देश के पूर्व प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। एंटोनियो गुटेरेस का जन्म 30 अप्रैल 1949 को संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना के बाद हुआ था। जिससे वह संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना के बाद जन्म लेने वाले संयुक्त राष्ट्र संघ के पहले महासचिव भी हैं।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिवों की सूची 1945 से 2023 तक
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव का नाम | कार्यकाल अवधि | संबंधित देश का नागरिक |
एंटोनियो गुटेरेस | 01 जनवरी 2017– वर्तमान | पुर्तगाल |
गुटेरेस, कुर्त वॉल्डहाइम साल 1972 से 1981 के बाद पश्चिमी यूरोप से चुने जाने वाले प्रथम महासचिव हैं। इसके अतिरिक्त वो ऐसे प्रथम महासचिव हैं जो किसी सरकार के पूर्व मुखिया रहे हैं और उनका जन्म संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के बाद हुआ है।
एंटोनियो गुटेरेस वर्ष 1995 से 2002 तक पुर्तगाल के प्रधानमंत्री भी रहे। इससे पहले वे साल 1999 से 2005 तक समाजवादी इंटरनेशनल और साल 2005 से 2015 तक शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। |
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बान की मून | 01 जनवरी 2007 – 31 दिसम्बर 2016 | दक्षिण कोरिया |
बान की मून संयुक्त राष्ट्र के आठवें महासचिव नियुक्त हुये। 13 अक्टूबर 2006 को वे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आठवें महासचिव चुने गए। उनके कार्यकाल की एक अवधि की समाप्ती के बाद उन्हें पुन: 2011 में अगली अवधि के लिए चुन लिया गया।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बनने से पहले वे दक्षिण कोरिया के विदेश मामलों के मंत्रालय में एक कैरियर राजनयिक थे। वे जनवरी 2004 से नवम्बर 2006 तक कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री रहे। |
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कोफ़ी अन्नान | 01 जनवरी 1997 – 31 दिसम्बर 2006 | घाना |
13 दिसम्बर 1996 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कोफ़ी अन्नान की सिफ़ारिश की जिससे की वह पूर्व महासचिव डॉ॰ बुतरस घाली की जगह ले सकें। घली के दूसरे कार्यकाल को अमेरिका के वीटो का सामना करना पड़ा था। चार दिन के बाद महासभा के चुनाव से उन्होंने अपना पहला कार्यकाल 1 जनवरी 1997 से प्रारंभ किया। एवं अपने दो पूर्ण कार्यकाल के बाद कोफ़ी अन्नान सेवानिवृत्त हो गए। | ||
बुतरस घाली | 01 जनवरी 1992 – 31 दिसम्बर 1996 | मिस्र |
गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 102 सदस्यों ने ज़ोर देकर कहा कि अगला महासचिव अफ़्रीका से आना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में चीन के समर्थन के फलस्वरूप गुटनिरपेक्ष आंदोलन से जुड़े सदस्यों के लिए किसी भी विपक्षी उम्मीदवार को ब्लॉक करने के लिए चीन एक आवश्यक वोट था।
सुरक्षा परिषद द्वारा किए गए जनमत संग्रह में पाँच गुमनाम वोट के साथ बुतरस घाली 11 मतों से विजयी हुए। सन 1996 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने घाली के पुनर्नियुक्ति के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल किया और कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र के लिए आवश्यक सुधारों को लागू करने में विफल रहे। |
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ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार | 01 जनवरी 1982 – 31 दिसम्बर 1991 | पेरू |
वर्ष 1981 मेन पाँच सप्ताह के चुनावी गतिरोध के बाद तंजानिया के सलीम अहमद सलीम के मुकाबले ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के पद अपर निर्वाचित हुए।
कुईयार इस पद पर निर्वाचित होने वाले पहले अमेरिकी व्यक्ति थे। जिसके बाद वे सन 1986 में अगली अवधि के लिए पुन: चुने गए। लेकिन तृतीय अवधि हेतु प्रतिनयुक्ति से इंकार कर दिया था। |
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कुर्त वॉल्डहाइम | 01 जनवरी 1972 – 31 दिसम्बर 1981 | ऑस्ट्रिया |
कुर्त वॉल्डहाइम ने महासचिव बनने के लिए एक प्रभावी लेकिन एक विचारशील अभियान की शुरुआत की थी। तीसरे दौर में चीन और ब्रिटेन से प्रारंभिक वीटो के बाद भी वे नए महासचिव चुने गए।
सन 1976 में चीन ने फिर उनकी प्रतिनियुक्ति का विरोध किया, परंतु चीन दूसरे मतपत्र पर कमजोर पड़ गया। सन 1980 में उनके तीसरे कार्यकाल के लिए नामांकन पर चीन ने फिर से वीटो का इस्तेमाल किया। जिसके स्वरूप वे पुन: निर्वाचित नहीं हो सके। |
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यू. थांट | 30 नवम्बर 1961 –31 दिसम्बर 1971 | म्यांमार |
डैग हैमरस्क्जोंल्ड की मृत्यु के बाद उनके स्थान पर यू. थांट की नियुक्त बतौर नए महासचिव के रूप में हुई थी। उनकी नयुक्ति का एक कारण ओर भी था वह यह की गैर यूरोपीय और गैर अमेरिकी सदस्यों को छोड़कर विकासशील देशों के प्रतिनिधि को चुना जाना।
यू. थांट केवल डैग हैमरस्क्जोंल्ड के स्थान पर नए महासचिव नियुक्त ही नहीं हुए बल्कि वे पहले एशियाई महासचिव भी बने। इसके बाद उन्हें वर्ष 1966 में दुबारा 5 साल के लिए चुना गया था। |
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डैग हैमरस्क्जोंल्ड | 10 अप्रैल 1953 – 18 सितंबर 1961 | स्वीडन |
उम्मीदवारों से जब कोई प्रतिनिधि नहीं चुना गया तब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के द्वारा डैग हैमरस्क्जोंल्ड को विकल्प के रूप में चुने गए, जिसके बाद साल 1957 में दुबारा बिना किसी विरोध के चुने गए। अपने कार्यकाल के दौरान, हैमरस्कॉल्ड ने इजरायल और अरब राज्यों के बीच संबंधों को सुधारने की कोशिश की थी।
वर्ष 1955 में कोरिया और अमेरिका के युद्ध के दौरान 11 अमेरिकी पायलटों की रिहाई की बातचीत करने के लिए चीन गए थे। हैमरस्क्जोंल्ड की मृत्यु हवाई दुर्घटना में हुई थी जब वे कांगो के लिए एक शांति मिशन पर थे। |
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ट्रीगवी ली | 02 फरवरी 1946–10 नवम्बर 1952 | नॉर्वे |
ट्रीगवी ली नॉर्वे देश के विदेश मंत्री और पूर्व श्रमिक नेता रहे, जिन्होंने सोवियत संघ के खाली पदों को भरने के लिए सिफारिश की थी। कोरियाई युद्ध में संयुक्त राष्ट्र संघ के हस्तक्षेप के बाद, सोवियत संघ (औपचारिक नाम सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ) ने वर्ष 1951 में ट्रिगवी ली की दुबारा नियुक्ति पर वीटो लगा दिया था।
लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में ट्रीगवी ली की दुबारा नियुक्ति के पक्ष में वोट किया। जिसके साथ ही ट्रीगवी 5 के मुक़ाबले 45 वोटों से महासचिव के पद पर पुनर्नियुक्त हुये थे। साल 1952 में सोवियत संघ से लगातार अनबन के कारण इन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। |
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ग्लेडविन जेब | 24 अक्टूबर 1945–01 फरबरी 1946 | यूनाइटेड किंगडम |
ग्लेडविन जेब दूसरे विश्व युद्ध के बाद अगस्त 1945 में नए संयुक्त राष्ट्र के गठन के लिए बनाई गई समिति के कार्यवाहक सचिव नियुक्त हुये थे। अक्टूबर 1945 से फरवरी 1946 तक इन्होंने संयुक्त राष्ट्र के कार्यवाहक महासचिव के रूप में कार्य किया था |
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की नियुक्ति प्रक्रिया
संयुक्त राष्ट्र संघ का सबसे बड़ा और प्रमुख अधिकारी महासचिव है। इनकी नियुक्ति सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा 5 वर्ष के लिए की जाती है। 5 वर्ष के बाद वहीं व्यक्ति उस पद के लिए दौबारा भी चुना जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र के अनुसार महासचिव अपनी सहायता के लिए कुशल, सक्षम और ईमानदार अधिकारियों या कर्मचारियों का चयन खुद ही करता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव के कार्य/कर्तव्य:
संयुक्त राष्ट्र चार्टर मुख्य रूप से प्रशासनिक होने के रूप में महासचिव की भूमिका को रेखांकित करता है। वे सचिवालय का नेतृत्व करते हैं, जो संयुक्त राष्ट्र को चलाता है। सचिवालय हजारों कर्मचारियों के साथ कानूनी प्रश्नों, अनुसंधान और रसद जैसे विभिन्न कार्यों के लिए जिम्मेदार है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं:
- अंतरराष्ट्रीय संघर्षों/झगढ़ों को हल करना।
- शांति रक्षा कार्यों का प्रबंध करना।
- अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों को आयोजित करना।
- सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के कार्यान्वयन की निगरानी करना।
- संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्यों व सरकारों की से बातचीत करना।
- संयुक्त राष्ट्र संघ के एजेंडे में अंतरराष्ट्रीय चिंता के विशाल मुद्दों के बारे में सदस्यों को सूचित करना।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की शक्तियाँ:
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की शक्तियाँ किसी भी अन्य संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी की तुलना में अधिक होती है। महासचिव किसी भी सदस्य राष्ट्र की सरकार को सलाह दे सकते हैं तथा समस्याओं को सुलझाने में अपने पद से जुड़े प्रभाव का इस्तेमाल कर सकते हैं। वह संगठन की उपलब्धियों और समस्याओं से जुड़े वार्षिक प्रतिवेदन महासभा के सामने प्रस्तुत करता हैं। महासचिव किसी विशेष क्षेत्र में विश्व शांति व सुरक्षा को खतरा पहुँचने वाले मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का ध्यान भी आकर्षित करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ से सम्बंधित रोचक तथ्य:
- 73 देशों के 90 मिलियन लोगों को संयुक्त राष्ट्र भोजन (खाद्य पदार्थ) मुहैया कराता है।
- संयुक्त राष्ट्र 100 से ज्यादा देशों में जलवायु परिवर्तन व ऊर्जा बचत के लिए कार्यक्रम चला रहा है।
- 36 मिलियन शरणार्थियों को सहायता उपलब्ध करा रहा है।
- विश्व के 58 प्रतिशत भाग में टीकाकरण कार्यक्रम चला रहा है, जिससे प्रतिवर्ष 2.5 मिलियन बच्चों की जान बचाई जा रही है।
- 1,20,000 शांतिदूतों और 16 ऑपरेशन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र 4 महाद्वीपों में शांति कायम रखने के लिए कार्यक्रम चला रहा है।
- पिछले 30 सालों में 370 मिलियन ग्रामीण गरीबों की स्थिति को संयुक्त राष्ट्र ने बेहतर बनाया है।
- प्रतिवर्ष 30 मिलियन गर्भवती महिलाओं की जान बचाने का कार्य करता है।
- संयुक्त राष्ट्र ने 80 से ज्यादा देशों को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।