‘‘मऊ नागरिक मंच’’ के तत्वाधान में भीड़तंत्र द्वारा की जा रही मासूमों की हत्या के विरुद्ध धरना
मऊनाथ
भंजन। ‘‘मऊ नागरिक मंच’’ के तत्वाधान में आज छीतनपुरा नई ईदगाह के पास सहन
में गौ-रक्षा के नाम पर बेकुसुरों की जा रही हत्याओं और नफरत की राजनीति
के विरुद्ध एक विशाल धरने का आयोजन किया गया। धरने की अध्यक्षता पूर्व
विधायक कामरेड इम्तेयाज अहमद ने की। कामरेड इम्तेयाज ने अपने सम्बोधन में
कहा कि हमारा भारत देश बहुत पुराना और महान देश है। हमारा संविधान विश्व का
सबसे बड़ा संविधान है। परन्तु बड़े दुख की बात है कि आज हमारे देश की
अखण्डता और संप्रभुता के विरुद्ध गोरक्षा के नाम पर बेकुसुर मुसलमानों की
हत्या की जा रही है, दलितों के उपर अत्याचार किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा
कि देश की अखण्डता, संप्रभुता और गंगा-जुमनी तहज़ीब की रक्षा करना देश के
हर नागरिक का कर्तव्य है।
‘‘मऊ नागरिक मंच’’ के संरक्षक मुफ्ती
अनवर अली ने कहा कि इस समय पूरे देश के सेक्युलर लोग फिक्रमंद हैं कि देश
में संविधान कायम रहेगा या नहीं। उन्होंने कहा कि रमज़ान के महीने में मऊ के
नसीरपुर में हुई घटना ने पूरे मऊ को स्तब्ध कर दिया। बिना किसी रंजिश के
नसीरपुर में एक बेगुनाह मुसलमान को मारना मऊ की एकता पर चोट करने जैसा था।
इस घटना के बाद हमने ‘‘मऊ नागरिक मंच’’ की स्थापना की। ’’मऊ नागरिक मंच’’
की स्थापना हमने इसलिये की ताकि हम सभी धर्माें के लोग एक साथ मिलकर मुल्क
के संविधान की रक्षा के लिये एक साथ आयें। मुफ्ती अनवर अली ने बीते दिनों
अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि यह
हमला आतंकियों की कायरता का परिचय देता है और हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा
करते हैं।
 
धरने के दौरान लोगों की जबरदस्त भीड़ रही। लोग कड़ी धूप
में देश में अमन व शान्ति के लिये हाथ में तख्तियां लेकर पुहंचे। धरने को
सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव ने कहा
कि समाजवादी पार्टी इस नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ाई में आपके साथ है।
उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर किसी बेकुसूर की हत्या किसी कीमत पर
बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
मौलाना अब्दुल हमीद फैजी ने कहा कि हम
इस धरने के माध्यम से चाहते हैं कि इस नफरत की राजनीति और मासूमों की हो
रही हत्याओं को तत्काल रोका जाये।
व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष
उमाशंकर उमर ने निन्दा करते हुए कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री
पाकिस्तान को हमारा सबसे बड़ा दुश्मन बताते हैं लेकिन जा कर पाकिस्तान में
दावतें खा रहे हैं।
मौलाना मज़हर अली मदनी ने कहा कि हमारी लड़ाई
ऐसे लोगों के खिलाफ है जो देश में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। हमें ऐसे
लोगों के खिलाफ खड़े होने की ज़रुरत है।
मौलाना इफ्तेखार मिफ्ताही
व डाक्टर मसऊद ने कहा कि इस मुल्क की आज़ादी में हर धर्म के लोगों की
हिस्सेदारी है। आज मुल्क में सफाई का अभियान जिस तरह चलाया जा रहा है उसी
तरफ इंसानियत की रक्षा के लिये भी अभियान चलाया जाना चाहिये।
मौलाना खुर्शीद अहमद मिफ्ताही ने कहा कि आज बेकुसूरों की नहीं संविधान की हत्या की जा रही है। इसे रोकने की ज़रुरत है।
कांग्रेस
पार्टी के राष्ट्रकुंवर सिंह व अबुबकर अंसारी ने कहा कि हम कांग्रेस
पार्टी के लोग ‘मऊ नागरिक मंच’ का पूरा समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि
पूरे देश में इसी प्रकार शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर के बेकुसूरों की हत्याओं
का विरोध किया जाये।
नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष तैयब पालकी ने
कहा कि हम बहुत तकलीफ में यह धरना कर रहे हैं। हमारे उपर गोरक्षा के नाम पर
अत्याचार किये जा रहे हैं। इसे रोके जाने की आवश्यकता है।
व्यापारी
नेता जमाल अर्पण ने कहा कि हमें इस धरने के माध्यम से पूरे मुल्क में
संदेश देना है कि लोग हमारे बीच नफरत फैलाने की कोशिश करेंगे हम उतना ही
एकजुट होंगे।
कामरेड विवेक कुमार राय ने कहा कि देश में धर्म की राजनीति की जा रही है इसे एकजुट होकर रोकने की आवश्यकता है।
समाजवादी
पार्टी के वरिष्ठ नेता अल्ताफ अंसारी ने धरने की हिमायत करते हुए कहा कि
मुल्क के हालात को मददेनज़र रखते मऊ के लोगों ने अपनी जिम्मेदारी महसूस करते
हुए मुल्क को बांटने वाली ताकतों के खिलाफ एकजुट होने का काम किया है, ऐसे
ही पूरे देश को एकजुट होने की ज़रुरत है।
लिटिल फ्लावर स्कूल के निदेशक मुरली यादव ने कहा कि हम इस लड़ाई को आगे भी जारी रखेंगे और ज़रुरत पड़ी तो दिल्ली तक जायेंगे।
पूर्व
सांसद सालिम अंसारी ने मऊ की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नसीरपुर
की घटना मऊ के अन्दर धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश थी लेकिन जनता ने उसे
विफल कर दिया। उन्होंने कहा कि मुल्क का पहरेदार सिर्फ विदेश घुम रहा है
और देश बर्बादी के मुहाने पर खड़ा है।
भाकपा माले के कामरेड
ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि जाति और मज़हब के आधार पर की जा रही इन हत्याओं को
कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यह हमारे देश के लोकतंत्र पर आघात है।
पीस
पार्टी के शफकत तकी ने कहा कि हम फाका कर लेंगे, लेकिन मुल्क से वफादारी
नहीं छोड़ेंगे। जंग की सूरत में पाकिस्तान की गोलियां कम पड़ जायेंगी लेकिन
हम मुसलमानों के सीने कम नहीं पड़ेंगे।
मौलाना अब्दुल शकूर असरी व
मौलाना अहमदुल्लाह ने कहा कि हमें जोश से ज़्यादा होश से काम लेने की
ज़रुरत है। सरकार को सभी को एक साथ लेकर चलना चाहिये। किसी के खाने पर रोक
लगाने से देश तरक्की नहीं करेगा, सबको साथ लेकर चलने से तरक्की करेगा।
धरने
का संचालन करते हुए कामरेड विरेन्द्र कुमार ने कहा कि यह देश सहमति से
चलेगा। मैं देश के प्रधानमंत्री से कहना चाहता हुं कि सभी धर्माें के लोगों
को साथ लेकर चलें।
मदरसा तालीमुददीन के प्रधानाचार्य मौलाना
अब्दुल अलीम ने कहा कि देश में नफरत फैलायी जा रही है। एक ओर ट्रेन में
मुस्लिम नवयुवक जुनैद की हत्या की गयी और एक ओर आतंकियों की गोलीबारी में
बस ड्राइवर सलीम ने अपनी जान की परवाह न करते हुए 53 यात्रियों की जान
बचायी। अगर सलीम जैसा जज़्बा सबके अन्दर हो तो आज जुनैद की जान न गई होती।
जयप्रकाश
धुमकेतु व इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष लालबहादुर सिंह
ने कहा कि वर्तमान में हमारे देश में संविधान की धज्जियां उड़ायी जा रही
हैं। लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है लेकिन हमें बिना डरे इसका मुकाबला करना
है और अपनी लड़ायी जारी रखनी है।
समाजिक कार्यकर्ता अरविन्द
मूर्ति ने कहा कि नफरत की राजनीति का माहौल सिर्फ इसलिये है कि देश का
नौजवान गुमराह हो। वह रोज़गार के लिये सरकार से सवाल न करे वरना सरकार का
तख्तापलट हो जायेगा।
बाबरी मस्जिद शहादत के अन्तिम गवाह युगल
किशोर व भाकपा माले के जयप्रकाश नारायण ने कहा कि आरएसएस और विश्व हिन्दु
परिषद के लोग देश में अशांति फैलाकर देश को बर्बादी की ओर ले जा रहे हैं।
हमें एक होकर इसे रोकने की ज़रुरत है।
दिल्ली से आये हुए मौलाना
असगर अली इमाम मेंहदी ने कहा कि पुराने समय में ऐसे हुक्मरां होते थे जो
किसी अल्पसंख्यक पर अत्याचार नहीं होने देते थे। हमें भी वैसे ही हुक्मरां
की ज़रुरत है। उन्होंने कहा कि हम हिन्दु-मुस्लिम हमेशा एक रहेंगे।
धरने
के अन्त में नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अरशद जमाल ने देश के महामहिम
राष्ट्रपति को सम्बोधित जिलाधिकारी मऊ के माध्यम से जाने वाला ज्ञापन पढ़कर
सुनाया जिसे उपस्थित भीड़ ने हाथ उठाकर पास किया। ज्ञापन में महामहिम
राष्ट्रपति महोदय से मांग की गयी कि-
1. देश
में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिये ठोस और कारगर कदम उठाया जायंे
तथा जो व्यक्ति और संगठन भीड़ को उकसा कर वातावरण में नफरत का ज़हर घोल रहे
हैं उन्हें चिन्हित कर के उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।
2. गौ-रक्षा के नाम पर तथाकथित गौरक्षक दल की गैर-कानूनी गतिविधियों पर रोक लगायी जाये।
3. भीड़
द्वारा पीट-पीट कर मारे गये लोगों के परिजनों को जीवन-यापन के लिये भरपूर
मुआवज़ा दिया जाये तथा इन हत्याओं के आरोपी व्यक्तियों पर समयबद्ध मुकदमा
चलाकर उन्हें कठोर सज़ा दिलायी जाये।
4. सामान्य
प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा सभी नागरिकों की जान व माल की बिना किसी
भेदभाव सुरक्षा सुनिश्चित की जाये तथा अपने कर्तव्यों का पालन न करने वाले
तथा भेदभाव करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की
जाये।
5. मऊ जनपद के नसीरपुर गांव में मस्जिद में घटित हत्या की घटना की सीबीआई जांच करायी जाये।
6. दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं, छात्रों एवं युवाओं तथा अन्य कमजोर लोगों पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगायी जाय।
धरने
में लोगों की भारी भीड़ उपस्थित रही। धरने में सभी वर्ग व सम्प्रदाय के
लोग, बुद्धिजीवी, व्यापारी, समाजसेवी, व आमजन उपस्थित रहे।
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