ईश्वर ने सभी को समान किया है पैदा, शारीरिक संरचना भी है एक समान-अरशद जमाल
मऊनाथ भंजन। आज ‘‘विश्व रक्तदान दिवस’’ के अवसर पर शारदा नारायण हास्पिटल में एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी से पूर्व रक्तदाताओं ने थेलेसीमिया से पीड़ित मरीजों को राहत पहुँचाने के लिये रक्त दान किया।
विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने बताया कि मऊ नगर में थेलेसीमिया से ग्रसित 42 बच्चों की सूचना प्राप्त हुयी है। थेलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के शरीर में रक्त बनाने की प्रक्रिया कमजोर पड़ जाती है जिसके चलते शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने लगती है। इसी लिये शरीर में नाना प्रकार की बीमारियां जन्म लेने लगती हैं और बीमारियों के रोक-थाम में समस्या आने लगती है।
श्री जमाल ने अपने सम्बोधन में बताया कि स्वस्थ्य शरीर में 8.5 लीटर रक्त की मात्र मौजूद होती है जबकि शरीर के सकुशल संचालन हेतु 3.5 लीटर रक्त ही पर्याप्त होता है। उन्होंने बताया कि प्रकृति ने आपात स्थिति से निपटने हेतु 5 लीटर अतिरिक्त रक्त का प्रबंधन व्यक्ति के शरीर में ही संरक्षित कर रखा है। इस अवसर पर रक्तदाताओं को सम्बोधित करते हुये श्री जमाल ने बताया कि रक्त दान करने से शरीर के अन्दर रक्त पैदा करने की क्षमता बढ़ जाती है और व्यक्ति के अन्दर नये रक्त के संचार से शरीर में चुस्ती एवं फुर्ती बढ़ जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि जब किसी की जान पर बन आती है तो वह यह नहीं पूछता कि जीवन रक्षा हेतु वांछित ब्लड किस जाति अथवा धर्म के व्यक्ति का है। यह समाज के लिये एक प्राकृतिक संदेश है कि ईश्वर ने सभी को समान पैदा किया है। उसकी नजर में अमीर, गरीब, ऊँच, नींच नहीं है, जिसे कोई भी झुटला नहीं सकता। इस लिये अमीर, गरीब, ऊँच, नींच की इस प्रथा को समाज से खत्म किया जाना चाहिये ताकि सभी व्यक्ति एक साथ मिलकर सभ्य समाज का सृजन करें जहां सभी सुखी, सम्पन्न, शिक्षित एवं स्वस्थ्य हों।
इस अवसर पर डा0 संजय सिंह, डा0 सुजीत कुमार, डा0 एकिका सिंह व रक्त दातागण, थेलेसीमिया से ग्रसित मरीज एवं उनके अभिभावकगण आदि उपस्थित रहे।
दिनाँकः 10.06.2023
अहमद शकेब अर्सलान
(मीडिया प्रभारी)
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